नेशनल कैडेट कोरः राष्ट्र सेवा की ओर युवाओं के बढ़ते कदम
थर्ड आफिसर ललित कुमार पाल, 10 राज बटालियन एनसीसी, उदयपुर
न्यू लुक सीनियर सैकण्डरी, स्कूल लोधा
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) विद्यालय एवं महाविद्यालय के अनुशासित एवं देश भक्त युवाओं को उनके भविष्य के लिए नेतृत्व प्रदान करते हैं। एनसीसी का लक्ष्य युवाओं में चरित्र निर्माण, अनुशासन, धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण, साहस की भावना तथा स्वयं सेवा के आदर्शों को विकसित करना है। एनसीसी की स्थापना 16 अप्रेल 1948 को हुई थी, लेकिन एनसीसी कोर्स प्रथम बार जनवरी में 1966 में प्रारंभ किया गया। 1948 में एनसीसी 20 हजार कैडेट के साथ प्रारंभ हुई। मौजूदा समय में करीब 13 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल हैं। राष्ट्रीय कैडेट कोर युवा भारतीयों को सशस्त्र बलों में शामिल एवं प्रेरित करने के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करता है। एनससी का अपना एक अलग ध्वज भी है, जो इसे पहचान प्रदान करता है। एनसीसी संबंधित समस्त नियमावली रैड बुक में दर्ज है, जिसमें समस्त मार्गदर्शन उपलब्ध है।
यह है प्रमुख उद्देश्य
एनसीसी का प्रमुख उद्देश्य देश के युवाओं में चरित्र निर्माण, अनुशासन, नेतृत्व एवं राष्ट्र भक्ति की ओर अग्रसर करना है। एनसीसी में युवाओं का ग्रेट इंडिया फोर्स को चुनने के लिए प्रेरित किया जाता है। एनसीसी समूह का नेतृत्व जनरल रैंक के प्रतिनिधि करते हैं। वहीं राज्य स्तर पर एनसीसी को 17 मुख्यालयों मं विभक्त किया गया है। देश में एनसीसी का मुख्यालय नई दिल्ली में है। वर्तमान मंे इसकी पूरे देश में 787 यूनिट हैं। इसमें से 667 आर्मी, 60 नेवी और 61 एयर फोर्स यूनिट है। एनसूयी का आदर्श वाक्य एकता व अनुशासन है, जिसे 23 दिसम्बर 1957 मेें अपनाया गया था।
एनसीसी कैसें करें ज्वाइन
एनसीसी एके वोलियन्टर संस्था है। इसमें कैडेट को पूरे देश से हाई स्कूल, काॅलेज, विश्वविद्यालय से चयन होता है। एनसीसी मंे दो डिविजन होते हैं।
पहला जूनियर डिविजन (जूनियर विंग) और दूसरा सीनियर डीविजन (सीनियर विंग)। वैसे ता आम तौर पर हर स्कूल, काॅलेज के एनसीसी के कोर्स कराए जाते हैं। पर, यदि आपके स्कूल व काॅलेज में एनसीसी संचालित नहीं है तो विद्यार्थी अपने मूल संस्थान से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर नजदीक के विद्यालय में एनसीसी ज्वाइिन कर सकता है। यह गल्र्स व बाॅयज के लिए अलग-अलग रूप में संचालित होती हैं एनसीसी जूनियर डिविजन में अप्लाई करने के लिए आयु सीमा 13 से 18.5 वर्ष एवं कक्षा 8 से लेकर 10वीं तक होनी चाहिए। इसका प्रशिक्षण दो वर्ष का होता है। इसी प्रकार सीनियर डीविजन के लिए आयु 18.5 से अधिक एवं 24 वर्ष तक होनी चाहिए। तो वहीं बात करें शिक्षा की तो न्यूनतम 10 वीं कक्षा होना चाहिए। इसका प्रशिक्षण तीन वर्ष का होता है। इसमें प्रतिवर्ष अनुसार प्रमाण-पत्र दिए जाते हैं। प्रथम वर्ष-ए प्रमाण पत्र, द्वितीय वर्ष-बी प्रमाण पत्र एवं तृतीय वर्ष में सी-प्रमाण पत्र।
एनसीसी से यह खुलती है राह
एनसीसी के सफल प्रशिक्षण उपरांत यदि कैडेट को इंडियन आर्म फोर्सेस ज्वाॅइन करनी है तो जल, थल व वायु तीनों ही सेना के लिए स्पेशल एंट्री के लिए चयन किया जाता है। इसके लिए एनसीसी कैटेट का प्रमाण पत्र होना जरूरी होता हैं। साथ ही एनसीसी प्रमाण पत्र पर उच्च शिक्षा में भी विशेष अंक व लाभ मिलता है। एनसीसी के सी-प्रमाण पत्र कैडेटस को एनडीए के रिटर्न एग्जाम देने की भी जरूरत नहीं होती है। उन्हें सीधे एसएसबी साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया जाता है। एनसीसी कैडेट के लिए इंण्डिया आर्मी में 64 एवं आफिसर इंडियन मिलेट्री में 100 सीटें रिजर्व होती हैं। गर्व की बाद है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री भी एनसीसी कैडेट रह चुके हैं।
यह है शपथ
हम शपथ लेते हैं कि भारत की एकता को हमेशा बनाए रखेंगे।हम संकल्प लेते हैं कि हम अपने राष्ट्र के अनुशासित तथा जिम्मेदार नागरिक बनेंगे।
हम वचन देते हैं, कि निस्वार्थ भाव से सामुदायिक सेवा करेंगे तथा साथियों के प्रति लगाव बनाए रखेंगे।
न्यूलुक में कैडेटस हो रहे तैयार
न्यू लुक सीनियर सैकण्डरी लोधा एवं न्यू लुक गल्र्स काॅलेज, लाधा में एनसीसी विंग संचालित है। इनके प्रशिक्षण के लिए सभी आवश्यक सुविधा के साथ ही एनससी पुरूष एवं महिला एनसीसी प्रशिक्षित आफिसर नियुक्त हैं, जो प्रति दिवस कार्य योजना अनुसार प्रशिक्षण देते हैं, तो वहीं न्यू लुक से एनसीसी में विजय पताका फहराते हुए दिल्ली परेड सहित प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी कम नहीं है।
– Third Officer Lalit Kumar Pal