यूथ आज के दौर में सृजनात्मक कार्य के प्रति अत्यंत रूचि रखता है। कुछ नया व अलग करने का जुनून उन्हें हर पल प्रेरित करता है। वर्तमान में करियर में ऐसे क डीसीई क्षेत्र हैं, जिनमें युवा अपना कौशल दिखा सकते हैं। फैशन व टेक्नालाॅजी के इस दौर में यूथ फाइन आर्ट्स की तरफ भी आर्कषित हो रहा है। यूथ का रुझान पेंटिंग, मूर्तिकला और अन्य तरह की कला में हैं। अतः विद्यार्थियों के लिए यह फील्ड बेहतर अवसर साबित हो सकता है। फाइन आर्ट्स आज का डिमांडिंग विषय भी बन चुका है। फाइन आर्ट्स में करियर बनाने के लिए कई तरह के डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जिनके माध्यम से छात्रों को फाइन आर्ट्स की अलग-अलग विधाओं जैसे ड्रॉइंग, पेंटिंग, डिजाइनिंग, स्कल्पटिंग, एनिमेशन, गेमिंग और इंस्टॉलेशन आदि के बारे में अवगत कराया जाता है। फाइन आर्ट्स का मतलब है ललित कला। यह नृत्य, चित्र, फोटोग्राफी, फिल्म, वास्तुकला, आदि के रूप में भी हो सकती है। न्यू लुक ग्रुप आॅफ इंस्टिट्यूशन, बांसवाड़ा में फाइन आर्ट्स डिपार्टमेंट में विद्यार्थी अपनी रूचि को पूरा करने के साथ ही करियर की उड़ान भी भर रहे हैं। यहां अध्ययन करने वालीं छात्राएं अपने कौशल का प्रदर्शन कर विभिन्न वल्र्ड रिकार्ड के साथ ही राज्य व जिला स्तर पर विविध क्षेत्रों में पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं।

पाठ्यक्रम और समयावधिः फाइन आर्ट पाठ्यक्रमों में प्रमाण पत्र, डिप्लोमा और डिग्री स्तर के पाठ्यक्रम शामिल हैं, जो विभिन्न शिक्षण संस्थानों द्वारा संचालित किए जाते हैं। विद्यार्थी फाइन आर्ट में स्नातकोत्तर और पीएचडी पाठ्यक्रम भी कर सकते हैं। पाठ्यक्रमों की समयावधि 1 से 5 वर्ष तक अलग-अलग होती है। इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी होती है, तो वहीं कई ऐसे शिक्षण संस्थान भी हैं जो मेरिट के आधार पर प्रवेश देते हैं।स्नातक के अंतर्गत का पाठ्यक्रमः
बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) या बैचलर ऑफ विजुअल आर्ट्स (बीवीए) इस कोर्स की समयावधि 4 से 5 वर्ष है। ललित कला में कला स्नातक (बीए) यह तीन साल की अवधि का कार्यक्रम है।
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
मास्टर ऑफ फाइन आर्ट (एमएफए) या मास्टर इन विजुअल आर्ट्स (एमवीए) यह दो साल की अवधि का पाठयक्रम है। मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए) इस कोर्स की अवधि आम तौर पर दो साल होती है।फाइन आर्ट्स में संभावनाएं

फाइन आर्ट्स में डिग्री हासिल करने के बाद आप पब्लिशिंग हाउस, मैगजीन्स, विज्ञापन कंपनियों, एजेंसियों, टेलीविजन इंडस्ट्री, एनिमेशन इंडस्ट्री, सॉफ्टवेयर कंपनीज, डिजिटल मीडिया, डिजाइन फम्र्स, शिक्षण संस्थान, फैशन हाउस, टेक्सटाइल इंडस्ट्री और आर्ट स्टूडियो में काम करने का मौका हासिल कर सकते हैं। मल्टीमीडिया, एनिमेशन, मोशन पिक्चर और गेमिंग इंडस्ट्री में भी आपके लिए अच्छे मौके हो सकते हैं। इनमें आप विजुअलाइंिजग प्रोफेशनल, इलस्ट्रेटर, आर्टिस्ट, आर्ट प्रोफेशनल, एनिमेटर, क्रिएटिव डिजाइनर, ग्राफिक डिजाइनर, विजुअल डिजाइनर, डिजिटल डिजाइनर, क्रिएटिव मार्केटिंग प्रोफेशनल, फ्लैश प्रोग्रामर, 2डी-3डी आर्टिस्ट, वेब डेवलपर, क्राफ्ट आर्टिस्ट, कार्टूनिस्ट, आर्ट म्यूजियम टेक्निशियन, आर्ट डायरेक्टर, क्रिएटिव डायरेक्टर, एडवरटाइजिंग एग्जीक्यूटिव, सुपरवाइजर, हैड, प्रोजेक्ट ऑफिसर जैसे पदों पर काम कर सकते हैं।डॉ सुशील सोमपुरा

प्रिंसिपल
न्यू लुक गर्ल्स कॉलेज कॉलेज, लोधा